हम कितने समय तक प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग करते हैं, इसका पता हम बोतल के नीचे तिकोन आकारों पर लिखे अंको से लगा सकते हैं। अधिकतर अंक तिकोन आकार के अंदर प्रिंट होते हैं। से प्लासटिक की रिसाइकिल का सर्वमान्य प्रतीक होता है। इसे रेजिन आइडेंटिफिकेशन कोड कहते हैं। इसको सोसाइटी ऑफ प्लास्टिक इंडस्ट्री ने लागू किया जो कि यूनाइटेड स्टेट का तीसरा बड़ा उत्पादक क्षेत्र है।
नंबर 1 पॉलीइथाइलीन टेरेप्थालेट दर्शाता है। इस तरह प्लास्टिक से बने कंटेनर का इस्तेमाल अधिकतर शराब की बोतल बनाने में होता है, इसमें बैक्टीरिया इकट्ठा करने की क्षमता होती है इसलिए इसका ज्यादा समय तक इस्तेमाल करना सेहत के लिए घातक है।
नंबर 2 हाई डेनसिटी पॉलीइथाइलीन दर्शाता है। ये मोटा और धुंधला प्लास्टिक है जो कि डिटरजेंट, मक्खन, दूध पाउडर रखने के काम में लाया जाता है। ये सुरक्षित है आप लंबे समय तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
नंबर 3 पॉलीवेनिल क्लोराइड दर्शाता है। ऐसे प्लाटिक का इस्तेमाल पाइप और ट्यूब बनाने लिए किया जाता है। इनसे बने कंटेनर में खाने का सामान स्टोर करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
नंबर 4 लो डेनसिटी पॉलीइथाइलीन दर्शाता है। इस तरह का प्लास्टिक किराने के सामान लाने के लिए, कुछ खाने के सामान पैक करने के लिए और ब्रेड के पैकेट के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। इस प्लास्टिक को रोजाना स्टोरेज के लिए सेफ माना जाता है। ये रिसाइकलिंग के लिए मान्य नहीं हैं।
नंबर 5 पॉलीप्रोपाइलीन को दर्शाता है। इससे योगर्ट कंटेनर, कुछ पानी के बोतल व केचप के बोतल और दवाईयां रखने के कंटेनर बनाए जाते हैं। ये स्टोर करने के लिए सुरक्षित होते हैं और इन्हें रिसाइकिल किया जा सकता है।
नंबर 6 पॉलीस्टाइरीन को दर्शाता है। इसका इस्तेमाल डिस्पोज़बल प्लास्टिक कप और प्लेट बनाने के लिए किया जाता है। ये प्लास्टिक गर्म करने पर खतरनाक हो जाते हैं। इसको इस्तेमाल करने से आप जितना बचे रहें उतना ही ठीक होगा। ये रिसाइकल करने के लिए ठीक नहीं होते हैं।
नंबर 7 ऐसी प्लास्टिक होती है जो अब तक किसी केटेगरी में नहीं आए। ये पॉलीकार्बोनेट या बिसफिनोल ए के बने होते हैं। इस तरह के प्लास्टिक इस्तेमाल न ही करें तो बेहतर है।
नंबर 1 पॉलीइथाइलीन टेरेप्थालेट दर्शाता है। इस तरह प्लास्टिक से बने कंटेनर का इस्तेमाल अधिकतर शराब की बोतल बनाने में होता है, इसमें बैक्टीरिया इकट्ठा करने की क्षमता होती है इसलिए इसका ज्यादा समय तक इस्तेमाल करना सेहत के लिए घातक है।
नंबर 2 हाई डेनसिटी पॉलीइथाइलीन दर्शाता है। ये मोटा और धुंधला प्लास्टिक है जो कि डिटरजेंट, मक्खन, दूध पाउडर रखने के काम में लाया जाता है। ये सुरक्षित है आप लंबे समय तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
नंबर 3 पॉलीवेनिल क्लोराइड दर्शाता है। ऐसे प्लाटिक का इस्तेमाल पाइप और ट्यूब बनाने लिए किया जाता है। इनसे बने कंटेनर में खाने का सामान स्टोर करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
नंबर 4 लो डेनसिटी पॉलीइथाइलीन दर्शाता है। इस तरह का प्लास्टिक किराने के सामान लाने के लिए, कुछ खाने के सामान पैक करने के लिए और ब्रेड के पैकेट के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। इस प्लास्टिक को रोजाना स्टोरेज के लिए सेफ माना जाता है। ये रिसाइकलिंग के लिए मान्य नहीं हैं।
नंबर 5 पॉलीप्रोपाइलीन को दर्शाता है। इससे योगर्ट कंटेनर, कुछ पानी के बोतल व केचप के बोतल और दवाईयां रखने के कंटेनर बनाए जाते हैं। ये स्टोर करने के लिए सुरक्षित होते हैं और इन्हें रिसाइकिल किया जा सकता है।
नंबर 6 पॉलीस्टाइरीन को दर्शाता है। इसका इस्तेमाल डिस्पोज़बल प्लास्टिक कप और प्लेट बनाने के लिए किया जाता है। ये प्लास्टिक गर्म करने पर खतरनाक हो जाते हैं। इसको इस्तेमाल करने से आप जितना बचे रहें उतना ही ठीक होगा। ये रिसाइकल करने के लिए ठीक नहीं होते हैं।
नंबर 7 ऐसी प्लास्टिक होती है जो अब तक किसी केटेगरी में नहीं आए। ये पॉलीकार्बोनेट या बिसफिनोल ए के बने होते हैं। इस तरह के प्लास्टिक इस्तेमाल न ही करें तो बेहतर है।
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ReplyDeleteGood information
ReplyDeleteThanks